Nasrin Khan

KAVITAYE -0 Minutes

जो तेरे दर पे हम नहीं आते (Jo Tere Dar Par Hum Nhi Aate)

जो तेरे दर पे हम नहीं आते (Jo Tere Dar Par Hum Nhi Aate) जो तेरे दर पे हम नहीं आते तो खुशी ले के गम नहीं आते बात कुछ तो है तेरी आँखों...
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KAVITAYE -0 Minutes

निरंतर वध (Nirantar Wadh)

निरंतर वध (Nirantar Wadh) न होने पर भी मैं धर्मराज नहीं युधिष्ठिर नहीं मैं मैने पांसे नहीं फैंके जुआँ नहीं खेला दांव पर नहीं लगाया कुछ, पर मेरी द्रोपदी छिन गई उठा ले गया...
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KAVITAYE -0 Minutes

Sapna Makaan ka (सपना मकान का)

सपना मकान का अपने मकान का कैसे हो पूरा खाली पेट लंगोटी बांधे सोच रहा है घूरा सोच रहा है घूरा कैसे कटेगी ये बरसात पैताने बैठा है कुत्ता नहीं छोडता साथ घरवालों की...
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